इकरार करती - ज्योति श्रीवास्तव
Sep 8, 2024, 22:49 IST
| सुनो साजन बजे चूड़ी,
तुम्हीं से प्यार करती है।
बजे छम-छम पायल,
जो ये झंकार करती है।
तुम्हीं को देख के सजन,
सजनी श्रृंगार करती है।
मिले सुख-दुख के पल
फिर भी साथ चलती है।
सदा तुम साथ में रहना,
ज्योति इकरार करती है।
- ज्योति अरुण श्रीवास्तव, नोएडा, उत्तर प्रदेश