वो कहते है जिंदा रहे तो - राजेश कुमार झा
वो कहते है जिंदा रहे तो फिर मिलेंगे,
और मैं कहता हूँ फिर मिलेंगे तो जिंदा रहेंगे।
न जाने हम तुम कब तक यूँ ही तड़पेंगे,
बस कल मिलने के इंतजार में कब तक दोनो तरसेंगे।
ये मोहब्बत ही होती है एक अहसास अपनेपन का,
तुम हमसे कुछ कहोगे हम तुमसे कुछ कहेंगे।
बस जिंदा रहना के लिए दोनो फिर मिलेंगे फिर मिलेंगे,
वो कहते है जिंदा रहे तो फिर मिलेंगे।
और में कहता हु फिर मिलेंगे तो जिंदा रहेंगे।।
कुछ रीति रिवाज होंगे कुछ दुनिया की रस्में होंगी,
कुछ हमारे तुम्हारे वादे और कसमें होंगी।
में तुम्हे जीवन की राह में हमेशा पुकारता चलूंगा,
तुम हमारे साथ चलोगे हम तुम्हारे साथ चलेंगे।
हमारे मिलने में कुछ उलझन और परेशानियां भी होंगी,
जाने कितने भी दूर रहे हम मगर तुम ही मेरे हमसफर होगे।
तुम हमारे दिल में रहोगे और हम तुम्हारे दिल में रहेंगे।।
वो कहते है जिंदा रहे तो फिर मिलेंगे।
और में कहता हु फिर मिलेंगे तो जिंदा रहेंगे।।
- राजेश कुमार झा, बीना, मध्य प्रदेश