"सब तेरे सत्कर्मी फल हैं" का भव्य विमोचन संपन्न

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Vivratidarpan.com - अवकाश प्राप्त एस डी एम/वरिष्ठ कवि साहित्यकार आदरणीय संतोष श्रीवास्तव विद्यार्थी (सागर,म.प्र.)  के प्रथम  काव्य संग्रह "सब तेरे सत्कर्मी फल हैं" (जो कि उन्होंने अपने पिता को समर्पित किया है) का आनलाइन विमोचन/लोकार्पण कार्यक्रम "विद्यार्थी की क ख ग " पटल पर भव्यता के बीच संपन्न हो गया। गोष्ठी में भारत के विभिन्न क्षेत्रों से साहित्यिक मनीषी/विद्वान उपस्थिति हुए और पुस्तक की चर्चा के साथ पिता विषयक रचनाओं का काव्य पाठ किया।

विमोचन कार्यक्रम की अध्यक्षता मशहूर अंतरराष्ट्रीय शायर जनाब अशोक सिंह मिजाज "बद्र" सागर म. प्र. ने की। जबकि मुख्य अतिथि के रूप में अरुण दुबे जी (डी.एस.पी. से.नि.) की गरिमामय उपस्थिति रही।

कार्यक्रम का शुभारंभ अध्यक्ष की अनुमति लेकर  पूरन सिंह राजपूत, सागर द्वारा सरस्वती वंदना के साथ शुरू हुआ।

तत्पश्चात संतोष विद्यार्थी ने पुस्तक प्रकाशन के संबंध में अपनी भावनाएं व्यक्त की। सुधीर श्रीवास्तव ने सभी अतिथियों, कवियों/कवयित्रियों का स्वागत अभिनंदन किया।

आयोजन की रुपरेखा से संपन्नता तक का दायित्व प्रणय जी और निधी बोथरा जैन ने संभाला।

कार्यक्रम का सफल संचालन इंजी. प्रेम प्रकाश श्रीवास्तव "प्रणय" ने बहुत ही सार्थक ढंग से किया।

विमोचन कार्यक्रम में शामिल कवियों कवयित्रियों में सर्वश्री डाॅ.रामनिवास तिवारी आशुकवि निवाड़ी, प्रभात कटारे सागर, श्रीमती सुनीता श्रीवास्तव सुल्तानपुर, सतीश शिकारी रतलाम, डा.आर.के .तिवारी"मतंग" अयोध्या, श्रीमती प्रेमलता "रसबिंदु" गोरखपुर, श्रीमती मीनू गुप्ता टीकमगढ़, देवीसिंह जी राजपूत, सागर, भास्कर सिंह "माणिक" कोंच,  पूरन चंद गुप्ता "पूरन" शिवकुमार गुप्ता "मामा", कुंवर आनंद श्रीवास्तव जी लखनऊ,मनोज तिवारी "मनसिज"जी बड़ामलहरा, श्रीमती बृजबाला श्रीवास्तव जी"सुमन" आजमगढ़,श्रीमती आशा/राधाशरण श्रीवास्तव, भोपाल, जनाब खालिद हुसैन सिद्दीकी लखनऊ, अशोक श्रीवास्तव "भुलक्कड़ बनारसी" बनारस.उ.प्र,  चंद्रप्रकाश गुप्ता "चंद्र" अहमदाबाद, रामानंद पाठक "नंद" टीकमगढ आदि की उपस्थिति रही।

कार्यक्रम के अंत में अध्यक्ष बद्र जी ने अध्यक्षीय उद्बोधन दिया। साथ ही सभी ने पुस्तक की सफलता की सफलता की कामना करते हुए संतोष जी के नाती मास्टर रचित सक्सेना को जन्मदिन की बधाइयां शुभकामनाएं और आशीर्वाद देते हुए उनके उज्जवल भविष्य और दीर्घायु जीवन की कामना की।

अंत में संतोष श्रीवास्तव विद्यार्थी ने सभी के प्रति आयोजन में शामिल होने कं आभार धन्यवाद व्यक्त करने के साथ कार्यक्रम का समापन हो गया।