गीतिका - मधु शुक्ला
Aug 10, 2024, 22:47 IST
| हर गलत कानून का प्रतिकार होना चाहिए,
एकता का देश में विस्तार होना चाहिए।
पालकर मतभेद दें पोषण न हम मनभेद को,
हर सुलगते प्रश्न का उपचार होना चाहिए।
आपसी सहयोग से परिवार करते हैं प्रगति,
नीति यह संबंध का आधार होना चाहिए ।
कामना वैभव न करता ज्ञान जनहित चाहता,
संत जैसा व्यक्ति का व्यवहार होना चाहिए।
मानता सम वह सभी को जो जगत को पालता,
जग सकल इस दृष्टि से परिवार होना चाहिए।
— मधु शुक्ला, सतना, मध्यप्रदेश