हर हाथ तिरंगा - सुनील गुप्ता

हर हाथ तिरंगा फहराएगा,
हर घर तिरंगा लहराएगा !
हर गांव-गांव, शहर-नगर....,
हर 'जन गण मन', गाएगा !!1!!
अब बोलेगा हर भारतवासी
और 'जय हिन्द', के नारे लगाएगा !
खिल उठेगी हर आनन पे ख़ुशी....,
जीवन आनंद से लहलहाएगा !!2!!
है आजादी का अमृत महोत्सव
गाएं सब मिल जन गण मन !
याद करते वीरों का आत्मोत्सर्ग....,
गर्व से बोल रहे सब वंदेमातरम !!3!!
कश्मीर से कन्याकुमारी तक
मना रहे मिलके जश्न ए आज़ादी !
अब हर घर पहुंची विकास की दस्तक.....,
और गर्वान्वित है हरेक भारतवासी !!4!!
हर हाथ तिरंगा, बोलेगा 'जयहिन्द'
गूंजेंगा जग में भारत का जयकारा !
हिम के उत्तुँग शिखरों को जीत.....,
लहरा रहा विश्व विजयी, 'तिरंगा',प्यारा !!5!!
हर हाथ तिरंगा, गाए तराना
और बढ़ते कदम, मंज़िल को चूमें !
जग में चमका भारत का नाम......,
और चले चाँद को हम अब छूने !!6!!
मेरी माटी, मेरा ये देश
मकरंद लुटाए चले हर मन !
पहने है भारत तिरंगा वेश....,
गाएं सभी मिल जन गण मन !!7!!
जश्न ए आजादी का शुभ पर्व
भर रहा जोश उत्साह उमंग !
मनाएं आजादी अमृत महोत्सव.....,
और चलें भरते इंद्रधनुषी रंग !!8!!
हर हाथ तिरंगा, पहचान हमारी
और हैं हम सारे स्वाभिमानी !
करते गर्व धर्म संस्कृति पे अपनी.....,
हम बनें हैं आज स्वावलंबी !!9!!
सुनील गुप्ता (सुनीलानंद), जयपुर, राजस्थान