नशासा जरूरी - अनिरुद्ध कुमार
Mar 8, 2024, 00:03 IST
| 
इबादत करें यह हमेशा जरूरी,
खुदा में सबों का भरोसा जरूरी।
सभी जी रहें शान से इस जमीं पे,
खुशी हो हँसी हो दिलासा जरूरी।
सभी गीत गाये सदा मुस्कुराये,
नहीं गम सताये तमाशा जरूरी।
यहाँ प्यार से हो सबों का गुजारा,
उछल कूद होना जरा सा जरूरी।
यही जिंदगी है लुभाये जहाँ को,
खिलें फूल सुंदर तराशा जरूरी।
खुदा से दुआ मांग करके मजाकर,
मिला क्या खुदा से खुलासा जरूरी।
लगे मस्त मौला यहाँ आदमी'अनि',
यहाँ दिल लगे कुछ नशासा जरूरी
- अनिरुद्ध कुमार सिंह, धनबाद, झारखंड