मेरी कलम से - डा० क्षमा कौशिक
Updated: Dec 12, 2023, 22:01 IST
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रश्मि -
धुंध दुखों की छंट जायेगी,
पूरब में लाली छाएगी।
कालचक्र से रश्मि रवि की,
सुखद सवेरा ले आएगी।
उल्लास -
हर तरफ उजास, प्रमुदित हैं तरु पल्लव सभी,
छा रहा उल्लास, उन्मीलित सभी कलियां जगी।
चूमते प्रेमी भ्रमर झुककर सुमन मुख हो मुखर,
नृत्य करती तितलियां,मुदित मना अनुराग भर।
- डा० क्षमा कौशिक, देहरादून , उत्तराखंड