दोस्ती बड़ी हसीन है - सुनील गुप्ता

है दोस्ती बड़ी हसीन
चले मिलाए दोस्त से !
और बदले है ये नसीब......,
मिलाए चले जिंदगी से !!1!!
विश्वास का अटल पर्याय
है दोस्ती का रुप सदा !
ये चले जीवन को खिलाए....,
और मिलाए परम दोस्त से यहां !!2!!
हज़ारों से एक दोस्त भला
भले ही हो दोस्त सच्चा एक !
जो चले निभाए सदा दोस्ती.....,
वही दोस्त हमारा होता नेक !!3!!
करें दोस्ती पर सदैव यकीन
कभी ना उसपे अविश्वास जताएं !
खुद से ज्यादा दोस्ती पर....,
चलें पूर्ण विश्वास आस बनाएं !!4!!
चलें दोस्ती का धर्म निभाएं
सतत जीवन में हम अपने !
हर समय मित्र के काम आएं.....,
पीछे ना हटें कर्तव्य से अपने !!5!!
दोस्त जीवन की हैं पूंजी
और है हमारी असली सम्पदा !
होती हर समस्यायों की कुंजी....,
दूर करें दोस्त चिंताएं और विपदा !!6!!
बढ़े प्रेम बेल दोस्ती की सदा
और चले जीवन को हर्षाए !
जहां होए नि:स्वार्थ समर्पण....,
वहीं दोस्ती खिले और सरसाए !!7!!
-सुनील गुप्ता (सुनीलानंद), जयपुर, राजस्थान