जनता के न अधिकार लिखो - हरी राम यादव
Mar 5, 2023, 23:10 IST
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शक्ति के मद में डूबी सत्ता का,
सतत जय जयकार लिखो।
दूसरों की प्रचंड जीत को भी,
उनकी सबसे बड़ी हार लिखो।
यही चाहता सत्ता सिंहासन,
जनता की न करुण पुकार लिखो।
ढंको कलम से सत्य को सदा,
जनता के न अधिकार लिखो।
बने शासन चाहे जितना निष्ठुर,
पर न उसका गलत व्यवहार लिखो।
शीर्षक हो सत्ता के मनमाफिक,
जो कहें हरी वही अखबार लिखो ।
- हरी राम यादव, अयोध्या , उत्तर प्रदेश