हास्य व्यंग्य - झरना माथुर
May 3, 2022, 23:08 IST
| साहब जब से ये चुनाव क्या हुए है,
सब चीजो के तो मिजाज बदले हुए है।
रिजल्ट के आते रवि सुर्ख हो गये,
गर्मियों का पारे भी खूब चढ़ गये।
सब्जियाँ भी कहा पीछे रहने वाली,
नीबू की भी चाल हुई मतवाली।
तेल, पैट्रोल, डीजल भी उछलने लगे,
बिजली के बिल भी आहे भरने लगे।
रोजगार का हुआ ऐसा बण्ठाधार,
सारे नौजबान बैठे यूँ निराधार।
स्मार्ट सिटी के लिये पेड़ कटने लगे,
हम लोग विकास की तरफ बढ़ने लगे।
- झरना माथुर, देहरादून, उत्तराखंड