आओ बनें प्रज्ञावान - सुनील गुप्ता
Jun 17, 2024, 22:05 IST
| आओ
बनें हम प्रज्ञावान,
सुख-दुःख से ऊपर उठते चलें !
और कभी न करें यहाँ व्यर्थ चिंताएं....,
श्रीप्रभु भक्ति में स्वयं को लीन बनाए रखें !! 1!!
बनें
ज्ञानी और विवेकवान,
सदा सम्यक भाव संग जीएं चलें !
और कभी ना फँसे यहाँ राग-द्वेष में.....,
निस्पृह प्राणी बनके वीतरागी बनें !! 2 !!
प्रज्ञावान
रहते जीवन में,
सदैव चिंतन मननशील यहाँ पे !
और कभी न करें किसी से अपेक्षाएं...,
एवं उपेक्षित भाव को त्याजते चलें!! 3 !!
आओ
बनें सभी प्रज्ञावान,
स्थिरबुद्धि से चलें यहाँ सोचते !
सदैव बनाए रखें अकूत धैर्य संतोष...,
और चलें राधे-श्रीकृष्ण संकीर्तन में झूमते !! 4 !!
- सुनील गुप्ता (सुनीलानंद), जयपुर, राजस्थान