श्रावण माह में शिवार्चन - कर्नल प्रवीण त्रिपाठी

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 (शिवकुटी  धाम, प्रयागराज)

अति पावन प्रयाग नगरी में, लगे कचहरी शंकर की।

यहाँ शिवकुटी के मन्दिर में, पूजा हो भद्रंकर की।

न्यायाधीश बनते हरि-शंकर, पंचशतक शिवलिंग यहाँ,

पापकर्म को जो स्वीकार, क्षमा मिले अभयंकर की।

(शिवपुरी धाम, कोटा)

वृहत सहस्त्रालिंग उकेरे, अनुपम शिव का धाम है।

ॐ रूप में शिवलिंगों की, झाँकी नयनभिराम है।

यहाँ विराजे भैरव जी भी, संग वृक्ष रुद्राक्ष का,

अगर यहाँ अभिषेक करें तो, बन जाता हर काम है।

- कर्नल प्रवीण त्रिपाठी, नोएडा/उन्नाव, उत्तर प्रदेश