बचाते कभी तो - अनिरुद्ध कुमार
Mar 18, 2024, 23:46 IST
| हमें देखकर मुस्कुराते कभी तो,
नशीबा हमारा जगाते कभी तो।
जमाना बुरा ना किसी पे भरोसा,
सही राह आकर बताते कभी तो।
सहारा तुम्हारा सदा चाहते हम,
जरा हौसला आ बढ़ाते कभी तो।
हमेशा तमाशा लगे जिंदगी ये,
लगी आग दिल में बुझाते कभी तो।
तड़पते अकेला बड़ी बेवफा'अनि',
कहीं मर न जायें बचाते कभी तो।
- अनिरुद्ध कुमार सिंह, धनबाद, झारखंड