देखता आसमां - अनिरुद्ध कुमार

 | 
pic

लाल पीला गुलाबी हरा आसमां,

झूम गायें तराना सजा आसमां।

हाँथ में ले लटाई सभी हैं मगन

देख लागे सबों को नया आसमां।

सब उड़ाते पतंग मनभावन लगे,

गीत गाये समा झूमता आसमां।

भूल बैठे जलन प्रेम से है मिलन,

दे रहा है सभी को मजा आसमां।

जिंदगी ताल में हो खुशी साल में,

आज 'अनि' नाजसे देखता आसमां।

- अनिरुद्ध कुमार सिंह, धनबाद, झारखंड