पुलकित - मधु शुक्ला
Tue, 3 Jan 2023
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व्यक्ति का आनन निखरता, जब हृदय पुलकित रहे,
प्रेम सच्चा प्राप्त हो तो, जिंदगी सुरभित रहे।
सांस ले विश्वास मिलती, तब सफलता हर जगह,
साथ अपनों ने दिया यह, जीत की बनती वजह।
भाव पुलकित हों अगर तो, कुछ कठिन लगता नहीं ,
श्रम मनुज करता अधिकतम, वह कभी थकता नहीं।
मीत आशा को बनायें, लक्ष्य पाने के लिए,
वह रखे पुलकित हृदय को, मुस्कराने के लिए।
— मधु शुक्ला,.सतना, मध्यप्रदेश