मां तेरा गुणगान करूं - कालिका प्रसाद
Aug 29, 2022, 22:54 IST
| माँ सरस्वती वाणी में मिठास दे,
माँ लेखनी में धार दे।
माँ विचारों में ऊंची उडान दे,
मां मुख से निकले मधुर वचन।
मां बुरे विचार कभी न आये,
हम सब की हित की बात करे।
बैर भाव न हो किसी जन से,
हम सभी को तुम यह ज्ञान दो।
जीवन में सब का नित उल्लास रहे,
माँ हम सभी को यह वरदान दो।
जन - जन की वाणी निर्मल हो,
मां हर मुख से अमृत धार बहे।
हे माँ वीणावादिनी हमें वरदान दो,
हर दिन मां तेरा ही गुणगान करुं ।
- कालिका प्रसाद सेमवाल
मानस सदन अपर बाजार
रुद्रप्रयाग उत्तराखंड