दफा न हुआ - अनिरुद्ध कुमार
Jan 29, 2023, 22:18 IST
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मर्ज बढ़ते गया पता न हुआ
हाल बेहाल था दवा न हुआ
मुफलिसी खाकमें मिला देगी
लोग खामोश हैं बयां न हुआ
तड़पती जिंदगी सभी देखे
आदमी आज रहनुमा न हुआ
क्या करे झेलता परेशानी
दर्द में बोलना मना न हुआ
राजकी बात जानतें हैं सब
लोग बोले यहाँ नया न हुआ
प्यार को खेल समझने वाले
खेलते खेल पर खुदा न हुआ
आज बेजार आदमी है 'अनि'
मुफलिसी देखले दफा न हुआ
- अनिरुद्ध कुमार सिंह, धनबाद, झारखंड