पोखरी प्रखंड के रौता के ग्रामीणों ने डीएम से की जांच की मांग

 | 
uk

Vivratidarpan.com चमोली। किसी भी योजना को अपने माफिक क्रियान्वित कर पौ बारह करने का हुनर सिस्टम में बैठे लोगों को खूब आता है। दरअसल अच्छी से अच्छी योजनाओं का कचूमर निकाल कर रख देना का यह एक उदाहरण भर है। मामलाजनपद के पोखरी प्रखंड के अंतर्गत ग्राम पंचायत रौता का है। देशभर मेंहर घर नलहर घर जलकार्यक्रम के तहत रौता गांव में इस योजना के तहत किए जा रहे निर्माण की जांच कराने की मांग को लेकर ग्रामीणों ने जिलाधिकारी को एक संयुक्त हस्ताक्षरयुक्त ज्ञापन भेजा हैं।जिलाधिकारी को भेजे ज्ञापन में ग्रामीणों ने कहा कि हर घर नल हर घर जल के तहत रौता गांव में पानी की लाइन का निर्माण एवं मरम्मत का कार्य किया गया, परंतु इस कार्य को ठेकेदार के द्वारा अपनी मनमर्जी के साथ किया गया। ठेकेदार के द्वारा जहां मैन टैंक से पहले कई लोगों को पानी के कनेक्शन दे डाले हैं, जिससे आगे के ग्रामीण तक पानी की आपूर्ति नहीं हो पा रही है। इसके अलावा स्टीमेट के अनुसार पाइपों को तो बदला गया है और ही बिछाये गये पाइपों को दबाया गया है। जिससे ग्रामीणों के आने-जाने में गिरने का खतरा बना हुआ हैं। ग्रामीणों ने कहा है कि इस कार्य में तमाम तरह की अनियमितता बरती जा रही हैं। ग्रामीणों ने जिलाधिकारी से निर्माणाधीन योजना का स्थलीय निरीक्षण कर स्टीमेट के तहत कार्य करने के निर्देश जारी करने की मांग की गई हैं। ज्ञापन पर सामाजिक कार्यकर्ता प्रदीप सिंह पंवार, महेंद्र सिंह, सुरजीत सिंह, हरीश पंवार, दिनेश पंवार,सते सिंह, धर्मेंद्र सिंह,विक्रम सिंह, अनिल सिंह आदि कई ग्रामीणों के हस्ताक्षर मौजूद हैं।