प्रवासी युवा बना रहे है गांव तक सड़क

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Vivratidarpan.com थराली (चमोली)। कोरोना के इस संक्रमण के दौर ने जहां लोगों की आर्थिक  स्थिति को काफी हद तक नुकसान पहुंचाया है। वहीं इस काल में लोगों को एक दूसरे की मदद करना सामुहिकता के साथ श्रमदान करने जैसे कार्य भी सीखाये है। ऐसे ही थराली में प्रवासी युवा अपने गांव तक श्रमदान से सड़क बनाने में जुटे है।
इस कोरोना काल के कारण बंद हुए उद्योग-धंधो, होटलों व अन्य व्यवसायों के लिए दूसरे राज्यों में वर्षों से प्रवास कर रहे अपने घरों को लौटे है। वे अपनी मातृभूमि के लिए कुछ बेहतर करने का प्रयास भी कर रहे है। ऐसे ही चमोली जिले के थराली नगर पंचायत के देवराडा के युवा अपने गांव तक सड़क पहुंचाने के प्रयासों में जुटे हुए हैं। प्रवासी युवाओं ने अपने घर-गांवों के लिए महामारी के इस दौर को एक मौके में तब्दील करने का एक बेहतरीन व सराहनीय रास्ता निकाला है। जंधारी नगर देवराड़ा वर्तमान तक यातायात से वंचित पड़ा हुआ हैं। काफी समय से ग्रामीण गांव को सड़क मार्ग से जोड़ने की मांग कर रहे है लेकिन उनकी मांग परवान नही चढ़ पाई। अब घर लौटे प्रवासियों ने इस नगर में भी वाहनों की आवाजाही के लिए श्रमदान के जरिए करीब साढ़े सात सौ मीटर सड़क बनाने का बीड़ा उठाया हैं। युवाओं ने ग्वालदम-थराली-कर्णप्रयाग राष्ट्रीय राजमार्ग से जंधारी नगर देवराड़ा के लिए सड़क निर्माण का कार्य श्रमदान के जरिए शुरू कर दिया हैं। प्रवासी धन सिंह रावत, संतोष रावत, दीपक रावत, कैलाश रावत, बलवीर रावत आदि का कहना हैं कि कोरोना संक्रमण के कारण फिलहाल रोजगार बंद है।  ऐसे में घरों में खाली बैठने के बजाय गांव के लिए सामुहिक कार्य करने के यह निर्णय लिया जिसमें अन्य लोगों के साथ ही महिलाऐं भी बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रही हैं। दो दिनों के अंदर करीब 25 मीटर सड़क का निर्माण किया गया हैं। युवाओं के श्रमदान के जरिए सड़क निर्माण का बीड़ा उठाने की लोल्टी, तुंगेश्वर के व्यापार संघ अध्यक्ष धनराज सिंह रावत ने इसे एक सराहनी पहल बताया हैं।