पंजाब कांग्रेस पार्टी में मंगल रहा अमंगल

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Vivratidarpan.com चंडीगढ । पंजाब में कांग्रेस पार्टी के आज मंगलवार का दिन अमंगल जैसा रहा है। नवजोत सिंह सिद्धू की ओर से पंजाब कांग्रेस का अध्यक्ष पद छोड़े जाने के बाद इस्तीफों की झड़ी लग गई है। सिद्धू के साथ एकजुटता दिखाते हुए अब तक तीन नेता अपने पद से इस्तीफा दे चुके हैं। पंजाब सरकार में मंत्री रजिया सुल्ताना और पंजाब कांग्रेस के कोषाध्यक्ष गुलजार इंदर चहल के बाद अब योगिंदर ढींगरा ने भी पंजाब कांग्रेस के महासचिव के पद से इस्तीफा दे दिया है। गुलजार इंदर चहल को नवजोत सिंह सिद्धू का करीबी माना जाता है।रजिया सुल्ताना ने मंगलवार को राज्य सरकार का कैबिनेट मंत्री पद छोड़ दिया। पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी को भेजे त्यागपत्र में सुल्ताना ने कहा कि वह ‘नवजोत सिंह सिद्धू के साथ एकजुटता दिखाते हुए’ इस्तीफा दे रही हैं। सुल्ताना को भी सिद्धू की करीबी माना जाता है। उनके पति मोहम्मद मुस्तफा सिद्धू के प्रिंसिपल रणनीतिक सलाहकार हैं जो भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के अधिकारी रह चुके हैं।विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस के लिए नया संकट-इससे पहले आज दिन में सुल्ताना को जल आपूर्ति और स्वच्छता, सामाजिक सुरक्षा, महिला और बाल विकास तथा मुद्रण एवं स्टेशनरी विभागों का प्रभार सौंपा गया था। अमरिंदर सिंह नीत सरकार में वह परिवहन मंत्री की जिम्मेदारी संभाल रही थीं। नवजोत सिंह सिद्धू के इस्तीफे के बाद राज्य में विधानसभा चुनाव से कुछ महीने पहले पार्टी में एक नया संकट पैदा हो गया है। राज्य में नई मंत्रिपरिषद के सदस्यों को विभागों के आवंटन के तुरंत बाद सिद्धू ने पद छोड़ दिया। सिद्धू बोले- पार्टी का सेवा करते रहूंगा-कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को लिखे पत्र में सिद्धू ने कहा है कि वह पार्टी की सेवा करना जारी रखेंगे। सिद्धू ने अमरिंदर सिंह के साथ नेतृत्व को लेकर खींचतान के बीच इसी साल जुलाई में पार्टी की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष का पद संभाला था। अमरिंदर सिंह ने दस दिन पहले पार्टी आलाकमान पर खुद को अपमानित करने का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था।‘एजेंडे से कोई समझौता नहीं कर सकता हूं’सिद्धू ने सोनिया गांधी को लिखे अपने पत्र में कहा, ”किसी भी व्यक्ति के व्यक्तित्व में गिरावट समझौते से शुरू होती है, मैं पंजाब के भविष्य और पंजाब के कल्याण के एजेंडे को लेकर कोई समझौता नहीं कर सकता हूं।” उन्होंने लिखा, ”इसलिए, मैं पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देता हूं। कांग्रेस की सेवा करना जारी रखूंगा।