कोयला खदानों में पानी भरने से देश में खड़ा हुआ बिजली संकट : शम्भू नाथ गौतम

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Vivratidarpan.com - बता दें कि कोयले की किल्लत की एक बड़ी वजह मौसम भी है। देश के कई कोयला खदानों में बारिश का पानी भरने से कोयला उत्पादन ठप हो गया है।  इसकी वजह से कोयले का खनन नहीं हो पा रहा है और प्रॉडक्शन को नुकसान हो रहा है। गौरतलब है कि अपनी ऊर्जा जरूरत को पूरा करने के लिए भारत को इंडोनेशिया, ऑस्ट्रेलिया और अमेरिका से भी कोयले का आयात करना पड़ता है। भारत में कुल आयातित होने वाले कोयले का 70 फीसदी ऑस्ट्रेलिया से आता है। ऐसे ही चीन भी कई दिनों से कोयला संकट से जूझ रहा है। यहां भी बिजली में कटौती करनी पड़ रही है। राजधानी दिल्ली भी बिजली संकट से जूझ रही है। दिल्ली के ऊर्जा मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि कोयला किसी के पास नहीं है। हमारी पीएम से मांग है कि जल्द से जल्द कोयला दिलाया जाए। दिल्ली सरकार के ऊर्जा मंत्री ने कहा कि दिल्ली को जिन प्लांट से बिजली आती है, उनमें एक दिन का स्टॉक बचा है, कोयला बिल्कुल नहीं है। केंद्र सरकार से अपील है कि रेलवे वैगन का इस्तेमाल कर कोयला जल्द पहुंचाया जाए। अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट करते हुए कहा कि राजधानी दिल्ली को बिजली संकट का सामना करना पड़ सकता है, मैं व्यक्तिगत रूप से स्थिति पर कड़ी नजर रख रहा हूं। हम इससे बचने की पूरी कोशिश कर रहे हैं। मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा कि मैंने प्रधानमंत्री को एक पत्र लिखकर उनके व्यक्तिगत हस्तक्षेप की मांग की। इसके अलावा झारखंड, बिहार, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान समेत कई राज्य केंद्र की ओर कोयला संकट का समाधान करने के लिए गुहार लगा रहीं हैं।