उर_की_साध = राजू_उपाध्याय
Jul 12, 2021, 23:18 IST
| तेरे
कानों का मैं
झुमका बन कर,
दिल की बात-
कहूँ हौले से..!
तेरी
रुनझुन सी झंकार
बनूँ मैं,
मन का साज-
बजाऊं हौले से.. !
मंद मंद
मुस्काते मुझको,
यूँ ही
छूते जाना
तुम धीमे धीमे,
मूक
स्वरों में
कह देंगे हम,
वो उर की साध-
तुमसे हौले से...!
#राजू_उपाध्याय , एटा, उत्तर प्रदेश