गीत - (चीन पर लगाम) - जसवीर सिंह हलधर
लड़ रही इस चीन से दुनिया थकी है ।
विश्व भर की आँख भारत पर टिकी है ।।
वियतनामी ताइवानी लुट चुके हैं ।
घौंसले फिलिपींस के भी मिट चुके हैं ।
देख लो क्या हाल है जापान का भी ,
हौंसले अमरीकियों के घट चुके हैं ।।
कब तलक संयम रखे भारत बताओ ।
घात पर प्रतिघात की अब टकटकी है ।।1
चीन के उत्पाद सारे बंद होवें ।
काम के अनुबंध सारे मंद होवें ।
रोकना होगा हमें अब कारवां ये ,
युद्ध जैसे अब कड़े तटबंध होवें ।।
सावधानी से रहे तो जीत पक्की ।
सभ्यता इस विश्व की हमसे पकी है ।।2
चीन से अब ठन गई सीधी लड़ाई ।
फौज पर रक्खों भरोसा आज भाई ।
यज्ञ में समिधा सरीखा दान है यह ,
बीस वीरों ने यहां आहुति चढ़ाई ।।
अनगिनत लाशें गिरा दी शत्रुओं की ।
देख के जिनपिंग चली सांसें रुकी है ।।3
युद्ध की भीषण तपिश से वो मरेगा ।
सूर्य की किरणों का वो पानी भरेगा ।
आग काली की जला दे दुश्मनों को ,
चीन हो या पाक भारत से डरेगा ।।
देश के प्रधान का आह्वान "हलधर"।
शब्द नक्काशी नहीं कविता लिखी है ।।4
- जसवीर सिंह हलधर, देहरादून