जलधारा हिंदी साहित्यिक संस्था की लघुकथा गोष्ठी संपन्न

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vivratidarpan.com महेश्वर (मध्यप्रदेश)। देश की अग्रणी साहित्यिक संस्थाओं में से  जलधारा हिंदी साहित्यिक संस्था (पंजीकृत) के द्वारा विश्व नदी दिवस के उपलक्ष्य में  नदी हित, जलहित, प्रकृति, हिंदी भाषा, राष्ट्रीय एवं सामाजिक हित से सम्बंधित विषयों के प्रति साहित्यिक जागरूकता के उद्देश्य से जलधारा मध्यप्रदेश इकाई के अंतर्गत कोरोना प्रोटोकॉल के तहत मास्क और सामाजिक दूरी का ध्यान रखते हुए "एक कदम प्रकृति की ओर" लघुकथा गोष्ठी २०२१ का आयोजन माँ अहिल्या की नगरी महेश्वर के नर्मदा भवन में आयोजित किया गया।

लघुकथा गोष्ठी का आरंभ श्रीगणेश और माता सरस्वती की वंदना के साथ दीपिका पोद्दार द्वारा किया गया।

अतिथियों का अभिनंदन एवं स्वागत पुष्प गुच्छ, शॉल, श्रीफल व संस्था की पुस्तकों को भेंट करके किया गया।

वरिष्ठ साहित्यकार शिशिर उपाध्याय की अध्यक्षता में लघुकथा गोष्ठी आयोजित की गई। उन्होंने जलधारा के सार्थक विषयों को लेकर साहित्यिक कार्यों की भूरि-भूरि प्रशंसा की। मुख्य अतिथि वरिष्ठ साहित्यकार व संपादक राकेश पुष्पदंत राणा ने जलसंरक्षण एवं सामाजिक विषयों से संम्बन्धित साहित्यिक आयोजनों की महत्ता पर प्रकाश डाला। 

लघुकथा गोष्ठी में सरला मेहता , अमिता मराठे,  दीपिका पोद्दार, ज्योति व्यास, शिशिर उपाध्याय, राकेश पुष्पदंत राणा, सुनीता गदाले, कमल किशोर अग्रवाल, मुफज्जल हुसैन, मनोहर जोशी मंजुल, कीर्ति शुक्ला एवं सुधा जैन ने विभिन्न विषयों पर सन्देशपरक और बेहतरीन लघुकथा पाठ किया। 

कार्यक्रम संयोजन एवं संचालन संस्था की मध्यप्रदेश इकाई की प्रांतीय अध्यक्ष ज्योति व्यास ने किया। सभी रचनाकारों को स्मृति चिन्ह भेंट की गई।

"एक कदम प्रकृति की ओर" लघुकथा गोष्ठी २०२१ के सफल समापन के उपरांत जलधारा मध्यप्रदेश इकाई की मुख्य सलाहकार सरला मेहता द्वारा धन्यवाद ज्ञापित किया गया। संस्था की संस्थापिका एवं राष्ट्रीय अध्यक्ष शावर भकत "भवानी" द्वारा भविष्य में जलधारा हिंदी साहित्यिक संस्था के माध्यम से जलसंरक्षण, पर्यावरण एवं  हिंदी भाषा के प्रचार - प्रसार उद्देश्य से सम्बंधित विषयों के प्रति साहित्यिक प्रयासों को और सुदृढ़ करने का संदेश देते हुए जलधारा मध्यप्रदेश इकाई को सफल कार्यक्रम के लिए बधाई प्रेषित किया गया।

(- शावर भकत "भवानी"  महेश्वर ,मध्यप्रदेश से )