उदासी - सुमी लोहानी
Oct 4, 2021, 23:29 IST
| मौसम उदास,
दिल उदास,
हर चीज़ ,
उदास-उदास !
वसन्त उजाड,
जीवन उजाड,
मन भी,
उजाड-उजाड !
दिन-रात शून्य,
हृदय शून्य,
चारों और
शून्य-शून्य !
घर वीरान,
पथ वीरान,
हर मुहार,
वीरान-वीरान !
बात मे आग,
आँत मे आग,
हर जगह,
आग ही आग !
- सुमी लोहानी, काठमांडू , नेपाल