गाँधी जी के विचार - झरना माथुर
Oct 3, 2021, 23:23 IST
| <>व्यक्ति अपने विचारों के सिवाय कुछ नहीं है. ...
<>कमजोर कभी क्षमाशील नहीं हो सकता है. ...
<>ताकत शारीरिक शक्ति से नहीं आती है. ...
<>धैर्य का छोटा हिस्सा भी एक टन उपदेश से बेहतर है.
<>गौरव लक्ष्य पाने के लिए कोशिश करने में हैं, न कि लक्ष्य तक पहुंचने में.
लालबहादुर शास्त्री -
<>सादगी थी आंखों में, लिहाज से बड़े देसी थे,
तालीम थी बड़ी, देश के दूसरे प्रधानमंत्री थे।
<>किसान और जवान की जय कहने वाले,
हिंदुस्तान के नेता थे वो बड़े मतवाले।
- झरना माथुर, देहरादून (उत्तराखंड)