शिक्षा मंत्री बी.डी.कल्ला द्वारा वरिष्ठ अध्यापको को पदोन्नति में न्याय दिलाने के निर्णय का स्वागत- धर्मेन्द्र गहलोत 

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vivratidarpan.com सिरोही (राजस्थान) - शिक्षा विभाग में व्याख्याता पद पर पदोन्नति के लिए नये सेवा नियमों के आधार पर जारी हुई पदोन्नति पात्रता सूची से करीब 10 हजार वरिष्ठ अध्यापक बाहर होने से राज्य के शिक्षा मंत्री बी.डी.कल्ला ने विराम लगाते हुए कहा कि जो परम्परा चलती आ रही हैं वही पुराने नियमों के आधार पर ही सूची जारी करने के लिए राजस्थान शिक्षक संघ (प्रगतिशील) के प्रदेशाध्यक्ष श्यामलाल आमेटा एवं मुख्य महामंत्री धर्मेन्द्र गहलोत ने शिक्षा मंत्री का उनके जयपुर आवास पर धन्यवाद ज्ञापित किया।

संगठन के मीडिया प्रभारी गुरुदीन वर्मा के अनुसार संघ (प्रगतिशील) के प्रदेश मुख्य महामंत्री धर्मेन्द्र गहलोत ने राज्य के शिक्षा मंत्री कल्ला द्वारा नये नियमों के आधार पर व्याख्याता पदोन्नति की सूची में लगभग 10 हजार से अधिक वरिष्ठ अध्यापक सूची से बाहर होने पर भारी विरोध को देखते हुए पुराने नियम के आधार पर सूची बनाने की कार्य योजना प्रक्रियाधीन होने से राज्य भर में वरिष्ठ अध्यापकों ने सराहना की हैं। नये नियम में व्याख्याता पदोन्नति के लिए योग्यता में स्नातक एवं स्तात्कोत्तर में समान विषय की शर्त रखी हैं। जबकि व्याख्याता सीधी भर्ती में योग्यता में स्नातक एवं स्तात्कोत्तर में समान विषय की अनिवार्यता में छूट प्रदान की हैं। एक ही पद पर भर्ती एवं पदोन्नति के नियम अलग-अलग होने से विसंगति सामने आ रही हैं। प्रदेश भर के अब विज्ञान एवं गणित विषय के वरिष्ठ अध्यापकों को जिन्होने अन्य फैकल्टी में स्नातकोत्तर किया हैं उन्हें पदोन्नति का अवसर प्राप्त होंगे। आगामी व्याख्याता पद के लिए होने वाली डीपीसी में वरिष्ठ अध्यापक विज्ञान-गणित विषय में स्नातक एवं कला विषय में स्नातकोत्तर होते हुए भी व्याख्याता बन पायेंगे। शिक्षा मंत्री बी.डी. कल्ला द्वारा पुराने नियमों से सूची बनाने के लिए निदेशालय को कार्य योजना बनाने पर वरिष्ठ अध्यापकों में खुशी देखी जा रही हैं। प्रतिनिधि मण्डल में नरेन्द्र कुमार शर्मा, बृजमोहन मीणा, धुलीराम डांगी, रामबाबू सिंह सहित दर्जन भर पदाधिकारी उपस्थित थे।