वरिष्ठ कवयित्री डा. प्रेमलता रसबिंदू को मिला साहित्य शिरोमणि सम्मान
Vivratidarpan.com गोरखपुर/ देवरिया - शक्ति सदन फाउंडेशन ने गोरखपुर की वरिष्ठ कवयित्री डा. प्रेमलता रसबिंदू सहित देवरिया के 15 वरिष्ठ साहित्यकारों को साहित्य शिरोमणि सम्मान से नवाजा और साथ ही भारत के अलग-अलग राज्यों से भी अनेक कवियों को शामिल किया जिन्होंने अपनी अपनी प्रस्तुति बहुत ही शानदार तरीके से किया।
नागरी प्रचारिणी के सभागार में रविवार को आयोजित राष्ट्रीय कवि संगम में काव्य की रसधारा बही। कवियों ने कविता के माध्यम से आज के समाज में फैली व्यवस्था पर चोट किया। उन्होंने लोगों को तालियां बजाने पर मजबूर किया व वाहवाही मिली।
शक्ति सदन फाउंडेशन की तरफ से आयोजित कार्यक्रम की मुख्य अतिथि नगर पालिका अध्यक्ष अलका सिंह व विशिष्ट अतिथि नागरी प्रचारिणी सभा के मंत्री डा.अनिल त्रिपाठी , शुगर फैक्ट्री बैतालपुर के चेयरमैन आदरणीय अनिल मणि त्रिपाठी, राष्ट्रीय कवि संगम के प्रांतीय अध्यक्ष आदरणीय राजेश मिश्र प्रखर शामिल थे। इस कार्यक्रम कीआयोजक शक्ति सदन फाउंडेशन की डायरेक्टर डा. रीना मिश्रा ने देवरिया के वरिष्ठ साहित्यकारों को साहित्य शिरोमणि सम्मान से सम्मानित किया। कवि इंद्र कुमार दीक्षित ने काव्य पाठ किया। प्रीतम कुमार झा ने सबके दिलों के दाता श्रीराम आ गए हैं सुनाया। क्षमा श्रीवास्तव ने हम रहें न रहें इस नए साल में याद मुझको न करना नए साल में प्रस्तुत किया। देवरिया शहर से भी कई रचनाकारों ने अपनी शानदार प्रस्तुति दी जिसमें कवयित्री सीमा मिश्रा नयन जी ने शानदार ग़ज़ल प्रस्तुत कर सबका मन मोह लिया उसी क्रम में गोरखपुर से आयीं सुप्रसिद्ध कवयित्री डॉ प्रेम लता रसविंदू जी ने मानव का जीवन और गणित पर शानदार कविता पढ़ीं,लालता प्रसाद चौधरी ने नए साल में हर पल नया, हर लम्हा खास हो सुनाया। डा. राजेश कुमार मिश्र ने सोने की लंका नहीं, नमन अवध की धूल सुनाया। डा. गोविंद गजब ने बेबस और अनमने मन पर सजधज कर तैयार खड़ी है सुनाया। नंदलाल मणि ने उठो पार्थ अब खुले नेत्रों कि निद्रा त्यागो प्रस्तुत किया।
संचालन सौदागर सिंह ने किया। कवि सरोज पांडेय, पार्वती देवी, कौशल किशोर मणि, धर्मदेव आतुर, दयाशंकर कुशवाहा, छेदी प्रसाद गुप्त आदि ने भी कविता पाठ किया। इस मौके पर नंदलाल त्रिपाठी, राजबहादुर यादव, साधना त्रिपाठी, अर्चना सिंह, सरिता सिंह आदि मौजूद रहीं।