हरी बहरे हो गये हैं लोग - हरी राम यादव
Updated: Dec 1, 2024, 23:05 IST
| गजब जमाना आ गया ,
हरी बहरे हो गये हैं लोग।
अनुनय, विनय, निवेदन,
इनका न कोई उपयोग।
इनका न कोई उपयोग,
योग केवल शक्ति का।
बात अनसुनी हो जाती,
आलम केवल मस्ती का।
न रहेगी शक्ति सतत कभी,
न रहेगी सत्ता सदा हाथ ।
कर रहा निवेदन यदि कोई,
तो दीजिए शक्ति भर साथ।।
हरी राम यादव, अयोध्या , उत्तर प्रदेश