बहुत कठिन है राधा का मीरा होना - सुनील गुप्ता

 | 
pic

बन जाए मोहब्बत, इबादत यहां

ये इतना भी होता नहीं आसान   !

पर, प्रभु भक्ति में ही डूबे रहना...........,

वही पाते हरि दर्शन अविराम !!1!!

शबरी ने की थी ऐसी भक्ति

कि, प्रभु दौड़े आए माँ के पास  !

जिनकी हो जाए राममय मति.......,

वहां पूरी हो जाए, सबरी आस !!2!!

माँ कर्माबाई की अनन्य भक्ति

और खिचड़े का भोग, है ना याद  !

बिन नागा आते थे यहां पे जगन्नाथ......,

और माँ के हाथों पाते थे, प्रसाद !!3!!

ऐसी भक्ति जब उतर आए मन

तब आते हैं स्वयं यहां पे घनश्याम  !

खा जाते हैं, छिलके केले समझ...,

विदुर पत्नी हाथों, वाह रे हे नाथ !!4!!

है कठिन बहुत , राधा का मीरा होना

पी जाना विष, अमृत समझ के  !

प्रभु नाम ही भजते रहना यहां पर.....,

कृष्णमय हो जाना, जीते जी रहके !!5!!

-सुनील गुप्ता (सुनीलानंद), जयपुर, राजस्थान