मैं तो मस्त हूं अपने अंदाज में - अंजू लता
Feb 26, 2025, 23:26 IST
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क्या करूं अब रख कर कोई राज मैं?
सदा रहती हूँ मस्त अपने अंदाज में,
हंसती हूँ खिलखिलाती हूँ -
नियमों को मैं निभाती हूँ.
बच्चों के साथ,उन्हें-
खेलती, खिलाती हूँ,
लिखती हूँ गीत कई-
मस्त होकर गाती हूँ.
कला-कौशल संग मेरे-
आर्ट, क्राफ्ट, बागवानी,
अध्यापन, कलमकारी-
यही मेरी जिंदगानी.
किसकी पसंद हूँ मैं-
करना क्या जानकर?
सखियों में सुख मिले-
बैठूं ना हारकर.
मां से प्यार करती हूँ-
मुझे उन पर नाज है,
मेरे सब अपने तो-
मेरे सर का ताज हैं.
अंदाज मेरे जीने का-
सरल,सीधा-सादा है,
अपना दि बैस्ट दूंगी-
मेरा यह वादा है.
- डा.अंजु लता सिंह गहलौत,
नई दिल्ली