गजल - ऋतु गुलाटी
May 31, 2023, 23:40 IST
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पास मेरे इक खिलौना देखना,
जो बने प्यारा हमारा देखना।
यार तेरी याद में रोते रहे,
अब जरा हमकों भी बिखरा देखना।
दिल कहें बाहों मे अब तू आ जरा,
फिर जरा मेरा मनाना देखना।
आप से विनती करूँ नजदीक आ,
पास से तू छटपटाना देखना।
यार तेरी याद में रोते रहे,
अब जरा हमकों भी बिखरा देखना।
- ऋतु गुलाटी ऋतंभरा, चण्डीगढ़