साहित्य जगत में हो रही पूर्णिका की जयकार : कदम जबलपुरी

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vivratidarpan.comजबलपुर- बुंदेली के प्रखंड विद्वान आ. श्री पूरन चंद श्रीवास्तव की पुण्य स्मृति  एवं आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर आभा साहित्य संघ जबलपुर के तत्वाधान में पूर्णिका काव्य गोष्ठी  का ऑनलाइन आयोजन किया गया।

आभा साहित्य संस्था के पटल पर सभी रचनाधर्मियों ने समाज के विभिन्न पहलुओं को दर्शाती हुईं एक से बढ़कर एक पूर्णिकाएं प्रस्तुत कीं। अर्चना द्विवेदी गुदालू की सुमधुर सरस्वती वंदना के साथ कार्यक्रम का आगाज करते हुए  शिव अलग  की अध्यक्षता , के के नेमा के मुख्य आतिथ्य में  देश विदेश के 32 रचनाकारों ने अपनी पूर्णिकाएं पटल पर प्रस्तुत की। श्रीमति कविता  ने अतिथि स्वागत किया। आभा साहित्य संघ के संस्थापक सलप नाथ यादव प्रेम ने सभी रचनाकारों को शुभकामनाएं प्रेषित की। कदम जबलपुरी द्वारा पूर्णिका पर प्रकाश डाला गया।

इस भव्य आयोजन में महेंद्र पाल सिंह यादव, शिव अलग, सुभाष जैन शलभ,  सच्चिदानंद किरण, रेणु श्रीवास्तव, रमेश श्रीवास्तव चातक, रजनी कटारे, प्रदीप श्रीवास्तव, राजकुमारी रैकवार, राजेंद्र जैन रतन, एम पी कोरी,  कृष्ण मुरारी लाल मानव,  मदन श्रीवास्तव, कृष्ण कुमार नेमा निर्झर, कीरत सिंह यादव, गोवर्धन सिंह फौदार,  डा. चंद्रभान चंद्र,  जी एल जैन, डा. आशा श्रीवास्तव, निर्मला डोंगरे, डॉ साक्षात भसीन, , रेणु श्रीवास्तव, एम पी कोरी, कविता नेमा, अमर सिंह वर्मा, मदन श्रीवास्तव, डॉ नरेश सागर, मधुकर सिंह चौहान, शिशुपाल सिंह सरस, राजेश ठाकुर डॉ सलमा जमाल, कविता राय  शामिल रहे।

कवि संगम त्रिपाठी ने सलपनाथ के कार्य को मील का पत्थर कहा।

आयोजन का कुशल संचालन श्रीमति रश्मि पांडेय एवं अर्चना द्विवेदी ने किया एवं काव्य समीक्षा आ. एन डी निम्वाबात  द्वारा एवं आभार प्रदर्शन श्रीमति नीलम यादव अहसास के द्वारा किया गया।